नोनी जूस के फायदे 100 रोगों की एक दवा
प्रकृति ने हमें कई जीवन रक्षक औषधियां उपहार स्वरूप दी है जिनके गुणों से हमें काफी लाभ होता है। ऐसे ही प्राकृतिक गुणों से भरपूर औषधि है। नोनी का फल जिसे मोरिंडा सिट्रिक गोलिया भी कहा जाता है, आयुर्वेद में तो इसे आंच भी कहती है। यह समुद्री किनारे पर 25 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में पाया जाता है। इस फल में 150 से अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह फल आलू के आकार की तरह होता है और इसमें अनानास की तुलना में 40 गुना एंजाइम्स की मात्रा अधिक होती है।
नोनी विटामिन B और खनिज पदार्थों जैसे कैल्शियम ,पोटैशियम, मैग्नीशियम ,आयरन और फास्फोरस से भरपूर है। नोनी में एंटी आक्सीडेंट ,एंटी बैक्टीरियल ,एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी रिंकल गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में संचार प्रणाली ,इम्यून सिस्टम ,पाचन तंत्र ,बाल और त्वचा के साथ कोशिकाओं को बढाने में मदद करते हैं। यह एंटी एजिंग के रूप में भी काम करता है जिससे त्वचा में निखार आता है और त्वचा को सुन्दर बनाये रखने में मदद मिलती है।
आयरन सीके नोनी जूस में नोनी सेट एलोवेरा आमला सेट त्रिकोणासन ,अश्वगंधा, सफेद विदाई ,कंसर्ट मरम्मत ,अंगूर सेट और आरो वॉटर यह सब शामिल है। यह एक प्राकृतिक डिटॉक्स ही फायर है। नोनी जूस अस्वस्थ सेल्स को स्वस्थ बनाता है। यह पाचन ,दमा, उच्च रक्त चाप ,अनियमित मासिक धर्म और अनिद्रा से पीड़ित लोगों के लिए बहुत लाभकारी है। यह एक असरदार एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है या विषैले तत्वों और प्रदूषण से हमारे शरीर की सुरक्षा करता है।
आयरन सीके एलोन जूस का इस्तेमाल 30 मिलिलीटर नोनी जूस को 100 मिलीलीटर पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट में शाम को खाना खाने के बाद कर सकती है लेकिन ध्यान रहे गर्भावस्था और स्तनपान के समय इसे इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक से सलाह जरूर लें और जो लोग गुर्दे की समस्याओं और उच्च रक्त चाप से पीड़ित हैं वे इसका सेवन करने से बचें।